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ISRO NASA Future Space Missions

भविष्य में जाने वाले स्पेस मिशन

नमस्कार दोस्तों, आज हम जानेगें भविष्य में जाने वाले स्पेस मिशन के बारे में, चलिए शुरू करते हैं दोस्तों, पहला मिशन हैं, नासा का आर्टेमिस मिशन जिसका उद्देश्य इंसानों को चांद पर वापस भेजना है। आर्टेमिस जिसे दो हजार पच्चीस में लॉन्च करने की योजना है, मानव को फिर से चंद्रमा की सतह पर उतारने का प्रयास किया जाएगा। इस मिशन के माध्यम से नासा चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव की खोज करेगा, जहाँ पर संभावित रूप से जल, बर्फ और अन्य चीजे  मिल सकता है, 



दूसरा मिशन

वही दूसरा मिशन, इसरो का गगनयान मिशन हैं, भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन यानिकि इसरो गगनयान मिशन के माध्यम से अपने पहले मानव अंतरिक्ष मिशन की तैयारी कर रहा है। इसका लक्ष्य दो हजार पच्चीस के अंत तक भारतीय अंतरिक्ष यात्री को पृथ्वी की निचली कक्षा में भेजना है। इस मिशन के तहत तीन अंतरिक्ष यात्रियों को पृथ्वी की कक्षा में तीन दिन तक रहना है इसके बाद वापस धरती पे आ जाना हैं, दोस्तों अगर आप नए हैं तो हमारे पेज को सपोर्ट जरूर करें, 

तीसरा मिशन

वही तीसरा मिशन नासा का यूरोपा क्लिपर मिशन है, यह मिशन बृहस्पति के चंद्रमा यूरोपा की ओर भेजा जाएगा, जिसे दो हजार चौबीस  के बाद लॉन्च करने की योजना है। यूरोपा की बर्फीली सतह के नीचे पानी के महासागर होने की संभावना है, जिससे वहां जीवन की संभावनाओं का अध्ययन किया जाएगा यह एक महत्वपूर्ण अभियान साबित होगा, 

चौथा मिशन

दोस्तों , चौथा मिशन, स्पेस-एक्स का स्टारशिप प्रोजेक्ट है, एलन मस्क की कंपनी स्पेस-एक्स अपने स्टारशिप प्रोजेक्ट के जरिए अंतरिक्ष यात्रा को सस्ता और अधिक आसान बनाने का प्रयास कर रही है। स्टारशिप का उपयोग न केवल मंगल ग्रह की मानव मिशन के लिए, बल्कि चांद और अन्य ग्रहों की यात्रा के लिए भी किया जा सकता है। यह मिशन अंतरिक्ष यात्रा के लिए एक नई दिशा तैयार कर सकता है। जिससे हमें स्पेस के बारे और भी जानकारिया आसानी से मिल पाएगी.


पचवाँ मिशन 

दोस्तों, पचवाँ मिशन , नासा और इसरो का निसार मिशन हैं. यह संयुक्त मिशन जिसका उद्देश्य पृथ्वी के बाहरी वायुमंडल, जंगलों, और जलवायु परिवर्तन की निगरानी के लिए है। निसार उपग्रह में दो प्रकार के रडार लगे होंगे जो पृथ्वी की सतह का बहुत सटीक अध्ययन करेंगे इसकी दो हजार पच्चीस में लॉन्च होने की उम्मीद है, जिससे पृथ्वी पर प्राकृतिक घटनाओं और जलवायु परिवर्तन को बेहतर समझने के लिए  आसानी होगी जिससे आने वाली आपदाओ से हम बच सकेंगे |  

छहवाँ  मिशन

दोस्तों, छहवाँ  मिशन, नासा का डार्ट मिशन हैं जिसका उद्देश्य आने वाली  खतरनाक एस्टेरॉयड को पृथ्वी से टकराने से रोकने के लिए उसके मार्ग में बदलाव करना है। जिसे पृथ्वी की सुरक्षा के लिए एक महत्वपूर्ण कदम माना जाएगा  है, जिससे भविष्य में एस्टेरॉयड खतरों से रक्षा की जा सकेगी​, 


सातवाँ मिशन

वही  सातवाँ मिशन जेम्स वेब स्पेस टेलीस्कोप मिशन है, जिसे नासा, यूरोपियन स्पेस एजेंसी, और कनाडाई स्पेस एजेंसी द्वारा संयुक्त रूप से बनाई गई, यह टेलीस्कोप दो हजार इक्कीस में लॉन्च हुआ था। यह अब तक का सबसे शक्तिशाली अंतरिक्ष टेलीस्कोप है, जो बिग बैंग के तुरंत बाद बनी आकाशगंगाओं और ग्रहों के बारे में जानकारी जुटा रहा है। इसका लक्ष्य ब्रह्मांड की उत्पत्ति और अन्य ग्रहों पर जीवन की संभावना को समझना है दोस्तों ये आर्टिकल कैसा लगा कमेन्ट मे बताए और आप नए हैं तो हमारे  पेज को फॉलो जरूर कर लें धन्यवाद

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