मंगल ग्रह पर कभी जीवन था ?
आज मंगल ग्रह वीरान है। क्या कभी इस पर जीवन था क्या मंगल ग्रह पर भी नदी झरने पेड़-पौधे जीव जंतु थे अगर हां तो क्यों मंगल ग्रह से जीवन का अस्तित्व मिट गया। आखिर ऐसा क्या हुआ होगा जिससे मंगल ग्रह एकदम से वीरान हो गया। दोस्तों पृथ्वी के बाहर अंतरिक्ष में किस ग्रह पर जीवन की खोज की गई तो इस घड़ी में वैज्ञानिकों को मंगल ग्रह सबसे अनुकूल ग्रह लगा। उन्होंने यहां तक माना कि पृथ्वी के बाद मंगल ग्रह पर इंसान हो सकता हैं। साथ ही कई वैज्ञानिकों ने यह भी माना की कभी मंगल पर जीवन फलता फूलता रहा होगा। दोस्तों अगर यह बात सच है तो फिर आज मंगल क्यों बिरान है आज की वीडियो में हम ऐसे ही सवालों के जवाब देंगे।
आज का पोस्ट काफी रोचक और महत्वपूर्ण है। लेकिन दोस्तों आगे बढ़ने से पहले नए दोस्तों से एक गुजारिश है कि वह हमारे चैनल को सब्सक्राइब कर ले ताकि हमारी आने वाली वीडियो उन्हें आसानी से मिलती रहे। दोस्तों वैज्ञानिकों ने अब तक ब्रह्मांड में कई ऐसे प्लैनेट्स की खोज कर ली है जिन्हें भविष्य के लिए इंसानों के रहने लायक बनाया जा सकता है और ग्रहों पर भी पृथ्वी जैसे ही पेड़ और पौधे जीवित इंसानों को बसाया जा सकता है,लेकिन दोस्तों इन सभी प्लैनेट्स तक पहुंचना फिलहाल नामुमकिन है क्योंकि उन्हें जो प्लैनेट्स की दूरी पृथ्वी से कोसों दूर है ऐसे ऐसे प्लैनेट्स के बारे में अभी चर्चा करना ही फिजूल है।
वैज्ञानिकों के अनुसार धरती की तरह मंगल भी था
वैसे भी हम आज की पोस्ट में यह जानने की कोशिश कर रहे हैं कि क्या मंगल ग्रह पर कभी जीवन हुआ करता था। अगर हां तो वहां मौजूद जीवन कैसे समाप्त हुआ। क्यों कुछ वैज्ञानिकों को यह लगता है? कि मंगल ग्रह पर जीवन हुआ करता था दोस्तों जहां कुछ वैज्ञानिक मानते हैं कि मंगल ग्रह पर कभी जीवन हुआ करता था। वही कुछ वैज्ञानिकों का तो यहां तक मानना है कि जीवन मंगल ग्रह से होकर पृथ्वी पर आया। जहां कई वैज्ञानिकों का यह मानना है कि पृथ्वी पर जीवन मंगल ग्रह से आई है। दरअसल हम सभी अच्छे से जानते हैं कि सभी ग्रहों का जन्म किसी ना किसी तारे से हुआ है। हमारे सोलर सिस्टम में भी एक तारा है। सूरज ऐसा माना जाता है कि जब हमारे सोलर सिस्टम का निर्माण हुआ तब सोलर सिस्टम के सभी ग्रह काफी ज्यादा गर्म थे।
पृथ्वी भी एक हद तक गर्म थी। इस पर जीवन की कल्पना करना भी असंभव था। हालांकि शुरू शुरू में सोलर सिस्टम के सभी ग्रह गर्म तो थे, लेकिन ऐसा माना जाता है कि फिर धीरे-धीरे सभी ठंडे होने लगे। ग्रहों के ठंडे होने की प्रक्रिया करोड़ों सालों तक चलती रही और इसी दौरान इस प्रक्रिया में मंगल ग्रह का तापमान गिरा। ऐसा माना जाता है कि मंगल ग्रह का वो तापमान जीवन पनपने देने के अनुकूल था।
हमारी पृथ्वी काफी गर्म और मंगल ग्रह ठंडा
दूसरी ओर उस वक्त हमारी पृथ्वी काफी गर्म और मंगल ग्रह पृथ्वी की तुलना में ठंडा था। वैज्ञानिकों को मंगल ग्रह से कुछ ऐसे एविडेंस भी मिले हैं जिससे साबित होता है कि वहां कभी पानी की मौजूदगी भी थी, जहां उनके अनुसार वहां एक अच्छा तापमान और स्वच्छ पानी के सागर थे और उनका यह भी मानना है कि मंगल पर मौजूद महासागरों में जीवों ने जन्म लिया, जिससे जीवन की शुरुआत हुई होगी।
ऐसा अनुमान वैज्ञानिक इसलिए लगा रहे हैं क्योंकि पृथ्वी पर भी जीवन की शुरुआत इसी तरह से हुई। वैज्ञानिकों ने भी यह माना कि मंगल पर जीव जन्तु आने में एक लंबा सफर तय करना पड़ा होगा लेकिन जीवन मंगल पर पूरी तरह से पनप पाता तभी बाइक एस्ट्रॉयड तेज गति से जाकर मंगल पर टकरा गया।
दोस्तों उस एस्ट्रॉयड ने एक परमाणु बम जितना जोरदार विस्फोट किया ऐसा माना जाता है कि इस टकराव से मंगल ग्रह का ऊपरी हिस्सा पूरी तरह से ध्वस्त हो गया और उस दौरान बैक्टीरिया के रूप में जो मंगल ग्रह पर जीवन पनप रहा था, वह पूरी तरह नष्ट हो गया ये दोस्तों ये पोस्ट आपको कैसी लगी हमे कमेन्ट करके बताए और एप नए हैं तो पेज को फॉलो करें धन्यवाद
0 टिप्पणियाँ